मुकेश कुमार संवाददाता/अमन केसरी न्यूज़
उधम सिंह नगर :- छात्राएं इस काबिल हों कि छेड़खानी, दुर्व्यवहार जैसी परिस्थितियों से खुद निपट सकें। इसी उद्देश्य से समग्र शिक्षा, उत्तराखंड एवं जिला उधम सिंह नगर शिक्षा विभाग के अंतर्गत बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलंबन हेतु राजकीय कन्या उच्च प्राथमिक विद्यालय, किच्छा, विकासखंड रूद्रपुर में तीन माह से चल रहे रानी लक्ष्मीबाई बालिका सुरक्षा कार्यक्रम आत्म सुरक्षा प्रशिक्षण शिविर का समापन शुक्रवार को कराटे प्रतियोगिता कराकर किया गया।
इस दौरान विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती मीना शर्मा ने छात्राओं को खुद की सुरक्षा के लिए तत्पर रहने का संकल्प दिलाया। ओर कहा कि सेल्फ डिफेंस का अर्थ है कि खुद की रक्षा करना न कि किसी को हानि पहुंचाना। महिलाओं को सेल्फ डिफेंस बहुत जरूरी है, इसलिए प्रशिक्षण में उन्हें हिस्सा जरूर लेना चाहिए ताकि वह मौका आने पर हर स्थिति से निपट सकें।
साथ ही विद्यालय अध्यापिका रौनक बेगम ने कहा कि आज जिस तरह की घटनाएं महिलाओं और लड़कियों के साथ हो रहीं हैं, उसके लिए यह प्रशिक्षण काफी मददगार साबित होगा।
प्रशिक्षण शिविर में जिला जु–जित्सू एसोसिएशन उधम सिंह नगर रजि.) के महासचिव सेंसेई ऋषि पाल भारती एवं सहयोगी प्रशिक्षक गुलशन कुमार द्वारा छात्राओं में खुद की रक्षा का आत्मविश्वास जगाया गया, ताकि वे किसी भी परिस्थिति का सामना खुद कर सकें। सेंसेई ऋषि पाल भारती ने कहा कि अपराध समय और स्थान का इंतजार नहीं करता है, आपके साथ कोई अपराधिक घटना कभी भी और कहीं भी हो सकती हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने पास मौजूद समान्य चीजों ओर आसपास के वातावरण में मौजूद चीजों को हथियार बनाकर अपराधी का सामना कर खुद को सुरक्षित कर सके। तथा छात्राओं को पंच बांधना, शरीर की कमजोर कड़ी पर वार करना, किसी की पकड़ से खुद को छुड़ाने के साथ पैरों से वार करना, पेन के जरिए हमला करना, दुपट्टे के इस्तेमाल से अटैकर को धूल चटाना जैसी तकनीकों के साथ साथ छात्राओं को की-होंन में ब्लॉक, पंच, किक, काता, रोल, थ्रो एवं महत्वपूर्ण तकनीकों को सिखाया गया।प्रतियोगिता में विभिन्न आयुवर्गों की फाईटिंग इवेंट में सुमन, शिवानी, कशिश, अंजली, साहिबा, मन्तशा, हरप्यारी, मुस्कान, खुशी गुप्ता ने स्वर्ण पदक, कशिश, आकांशा, अंशिका, नेहा, मन्तशा, शिवानी, सहरीन, फिजा, चरणजीत ने रजत पदक, गुलनाज, शिवानी, आलाफिया, रीफा, मुस्कान, सोनी देवी, अलीशा, कुमकुम, दीपिका, कविता, शिफा, चांदनी, दीपांशु, नूरशिफा, नाजिया, आरजू, युसूफा, मनीषा ने कांस्य पदक प्राप्त किए।
समापन अवसर पर सभी पदक विजेता खिलाड़ियों को पदक पहनाकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर विद्यालय परिवार की रोनक बेगम, अल्पना चतुर्वेदी, कविता वर्मा, पूनम चड्डा, ललिता चौबे, चारू त्यागी, कलावती पांडेय सहित अन्य अभिभावक मौजूद रहे।खबर व विज्ञापन के लिए संपर्क करें
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रानी लक्ष्मीबाई बालिका आत्मरक्षा कार्यक्रम के तहत चल रहे तीन माह आत्मसुरक्षा प्रशिक्षण शिविर का हुआ समापन

मुकेश कुमार संवाददाता/अमन केसरी न्यूज़
उधम सिंह नगर :- छात्राएं इस काबिल हों कि छेड़खानी, दुर्व्यवहार जैसी परिस्थितियों से खुद निपट सकें। इसी उद्देश्य से समग्र शिक्षा, उत्तराखंड एवं जिला उधम सिंह नगर शिक्षा विभाग के अंतर्गत बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलंबन हेतु राजकीय कन्या उच्च प्राथमिक विद्यालय, किच्छा, विकासखंड रूद्रपुर में तीन माह से चल रहे रानी लक्ष्मीबाई बालिका सुरक्षा कार्यक्रम आत्म सुरक्षा प्रशिक्षण शिविर का समापन शुक्रवार को कराटे प्रतियोगिता कराकर किया गया।
इस दौरान विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती मीना शर्मा ने छात्राओं को खुद की सुरक्षा के लिए तत्पर रहने का संकल्प दिलाया। ओर कहा कि सेल्फ डिफेंस का अर्थ है कि खुद की रक्षा करना न कि किसी को हानि पहुंचाना। महिलाओं को सेल्फ डिफेंस बहुत जरूरी है, इसलिए प्रशिक्षण में उन्हें हिस्सा जरूर लेना चाहिए ताकि वह मौका आने पर हर स्थिति से निपट सकें।
साथ ही विद्यालय अध्यापिका रौनक बेगम ने कहा कि आज जिस तरह की घटनाएं महिलाओं और लड़कियों के साथ हो रहीं हैं, उसके लिए यह प्रशिक्षण काफी मददगार साबित होगा।
प्रशिक्षण शिविर में जिला जु–जित्सू एसोसिएशन उधम सिंह नगर रजि.) के महासचिव सेंसेई ऋषि पाल भारती एवं सहयोगी प्रशिक्षक गुलशन कुमार द्वारा छात्राओं में खुद की रक्षा का आत्मविश्वास जगाया गया, ताकि वे किसी भी परिस्थिति का सामना खुद कर सकें। सेंसेई ऋषि पाल भारती ने कहा कि अपराध समय और स्थान का इंतजार नहीं करता है, आपके साथ कोई अपराधिक घटना कभी भी और कहीं भी हो सकती हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने पास मौजूद समान्य चीजों ओर आसपास के वातावरण में मौजूद चीजों को हथियार बनाकर अपराधी का सामना कर खुद को सुरक्षित कर सके। तथा छात्राओं को पंच बांधना, शरीर की कमजोर कड़ी पर वार करना, किसी की पकड़ से खुद को छुड़ाने के साथ पैरों से वार करना, पेन के जरिए हमला करना, दुपट्टे के इस्तेमाल से अटैकर को धूल चटाना जैसी तकनीकों के साथ साथ छात्राओं को की-होंन में ब्लॉक, पंच, किक, काता, रोल, थ्रो एवं महत्वपूर्ण तकनीकों को सिखाया गया।प्रतियोगिता में विभिन्न आयुवर्गों की फाईटिंग इवेंट में सुमन, शिवानी, कशिश, अंजली, साहिबा, मन्तशा, हरप्यारी, मुस्कान, खुशी गुप्ता ने स्वर्ण पदक, कशिश, आकांशा, अंशिका, नेहा, मन्तशा, शिवानी, सहरीन, फिजा, चरणजीत ने रजत पदक, गुलनाज, शिवानी, आलाफिया, रीफा, मुस्कान, सोनी देवी, अलीशा, कुमकुम, दीपिका, कविता, शिफा, चांदनी, दीपांशु, नूरशिफा, नाजिया, आरजू, युसूफा, मनीषा ने कांस्य पदक प्राप्त किए।
समापन अवसर पर सभी पदक विजेता खिलाड़ियों को पदक पहनाकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर विद्यालय परिवार की रोनक बेगम, अल्पना चतुर्वेदी, कविता वर्मा, पूनम चड्डा, ललिता चौबे, चारू त्यागी, कलावती पांडेय सहित अन्य अभिभावक मौजूद रहे।खबर व विज्ञापन के लिए संपर्क करें
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